अर्थशास्त्र के सिद्धांत (Arthashastra Ke Siddhant) पुस्तक के लेखक (Author of Book) : मार्शल अल्फ्रेड (Alfred Marshal) पु...
अर्थशास्त्र के सिद्धांत
(Arthashastra Ke Siddhant)
पुस्तक के लेखक (Author of Book) : मार्शल अल्फ्रेड (Alfred Marshal)
पुस्तक की भाषा (Language of Book) : हिंदी (Hindi)
पुस्तक का आकर (Size of Ebook) : 23.0 MB
कुल पन्ने (Total pages in ebook) : 890
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Book Details :
Scientific theories are rendered on the basis of analysis of available facts and new experiments. This sequence continues unbroken and thus the order of the continuation of the development of science has never been violated. But in spite of this, there is no radical change in old principles.
(उपलब्ध तथ्यों और नए प्रयोगों के विश्लेषण के आधार पर वैज्ञानिक सिद्धांत प्रस्तुत किए जाते हैं। यह अनुक्रम अखंड रहता है और इस प्रकार विज्ञान के विकास की निरंतरता का क्रम कभी भी उल्लंघन नहीं हुआ है। लेकिन इसके बावजूद, पुराने सिद्धांतों में कोई क्रांतिकारी परिवर्तन नहीं है)
Best Thoughts : For More Thoughts Go To > Rclipse Thoughts
वक्त बदल सकता है, तकदीर खिल जाती है... जब कोई हाथों की लकीरों को पसीने से धोया करता है. . .〽
हार या असफलता के भय को दिल में पालकर जीने से अच्छा हैं कि हम अपने लक्ष्य के लिए नित नए प्रयास अनवरत करते रहे . . . 〽
अपने लक्ष्य को इतना महान बना दो कि व्यर्थ के लिए समय ही न बचे . . . 〽
मुश्किलो मे भाग जाना आसान, हर पहलु जिदंगी का इम्तहान होता है. डरने वालो को कुछ मिलता नहीँ जिदंगी मे , लङने वालो के कदमोँ मे जहॉन होता है. . . 〽
सपने ओर लक्ष्य में एक ही अंतर हे.....सपने के लिए बिना मेहनत की नींद चाहिए, ओर लक्ष्य के लिए बिना नींद की मेहनत...〽
हार या असफलता के भय को दिल में पालकर जीने से अच्छा हैं कि हम अपने लक्ष्य के लिए नित नए प्रयास अनवरत करते रहे . . . 〽
नदी की धार के विपरीत जाकर देखिये, हिम्मत को हर मुश्किल में आज़मा कर देखिये, आँधियाँ खुद मोड़ लेंगी अपना रास्ता . . . 〽
ज़िन्दगी दर्द कभी नहीं देती, दर्द तो बुरे कर्म देते है. . . ☝जिन्दगी सिर्फ रंग मंच है, कैसे खेलना है ये हमपे निर्भर करता है. . . 〽